मैं संगीता ग्रोवर एक बार फिर अपनी नई काव्य पुस्तक 'एहसास-ए-दिल' के साथ आपके समक्ष हूँ। इससे पहले मैने 'तन्हाइयाँ', 'प्रहार' काव्य संग्रह लिखे। 'एहसास-ए-दिल' जैसा कि नाम से जाहिर है इस संग्रह में मैंने दिल के एहसासों को कविताओं के रूप में पिरोने की कोशिश की है। ये एहसास गम, खुशी, हँसी, दर्द सबका ही मिश्रण है। जिंदगी के इन खट्टे-मीठे एहसासों को कविताओं द्वारा दर्शाने की कोशिश की है। आशा करती हूँ जिस प्रकार आपने मेरे पहले काव्य संग्रह प्रयासों को प्यार दिया मेरा प्रोत्साहन किया। उसी प्रकार आप इस काव्य संग्रह को भी अपना प्यार, प्रोत्साहन देंगे। और कहीं कुछ त्रुटि होगी उसको माफ करेंगे। कोशिश की है कि इन रचनाओं द्वारा किसी को आहत न हो। आपके प्यार भरे प्रोत्साहन की इंतजार में।
संगीता ग्रोवर