KANTO SE DOSTI KAR LIYA
KANTO SE DOSTI KAR LIYA

KANTO SE DOSTI KAR LIYA

  • Sat Jul 09, 2016
  • Price : 79.00
  • Rigi Publication
  • Language - Hindi
This is an e-magazine. Download App & Read offline on any device.

Preview

हेलो रीडर्स...मैं कौसर वसीम.. मैं कोलकाता से हूँ।.. .. अब मैं लखनऊ में रहती हूं.. मैंने B.A. किया है.. . दिल्ली कोलकाता के कई मैगजींस में और पेपर में मैं कई सालों से लिखती चली आई हूं.. मेरी स्टोरी और ग़ज़ल्स कई सालों तक प्रकाशित होती रही है..!! नावेल टाइटल कांटो से दोस्ती कर लिया.. गलत विचार रखने वाले लोगों को देख .. एक बार फिर हमें शर्मिंदा होने पर मजबूर कर देती है.. क्यूंकि वर्षों से चली आ रही यह दकियानूसी विचार कुछ लोगों के दिलों में अब भी करवटें लिए रहा है.. के लड़की लड़कों के बराबर नहीं है वगैरा वगैरा.. आजकल जमाना तरक्की पर है और यह जमाना कंप्यूटर का है.. जिसने दुनिया ही बदल दी है.. कुछ ऐसे लोग अब भी हैं जिनके दकियानूसी विचारों को कंप्यूटर का ज्ञान भी नहीं बदल सका.? एक बेटी के बारे में घटिया विचार रखने वाल कबही बाप नहीं कहला सकता । हमें बताना है उस घटिया ख़यालात रखने वाले बाप को कि आज एक लड़की लड़कों के बराबर कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है .. और वह पूरी तरह से कामयाब है। आज दुनिया ने उसे माना है, लोगों ने बड़े हौसले और जज्बे के साथ उसके जोश को आगे बढ़ कर सर आया है ...बेटी के बारे में गलत ख्याल रखने वाले बाप को भी आज आगे आना है.. और बढ़ कर उंहें शाबाश कहकर.. उन दकियानूसी विचारों को हमेशा के लिए दफना देना है.. के लड़की लड़को से कम हैं.?  और वह अपने संग बदनसीबी लेकर आती है | आइए बढ़ कर हम सब मिलकर आगे बढ़ते हैं.. इस तरह दकियानूसी विचारों को हमेशा के लिए इस दुनिया से अलविदा कहते हैं.. ताकि अब कोई और बेटी खुद को बदनसीब समझते हुए बेइंतिहा इस दुनिया में रुलाई ना जा सके...||| धन्यवाद   कौसर वसीम