Dhoop Bahut Ha : धूप बहुत है
Dhoop Bahut Ha : धूप बहुत है Preview

Dhoop Bahut Ha : धूप बहुत है

  • Thu Oct 06, 2016
  • Price : 125.00
  • Diamond Books
  • Language - Hindi
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आसमानों की तरफ़ फेंक दिया है मैंने
चंद मिट्टी के चराग़ों को सितारा करके
रात की धड़कन जब तक जारी रहती है
सोते नहीं हम ज़िम्मेदारी रहती है
नदी ने धूप से क्या कह दिया रवानी में
उजाले पाँव पटकने लगे हैं पानी में
बहुत ग़ुरूर है दरिया को अपने होने पर
जो मेरी प्यास से उलझे तो धज्जियाँ उड़ जाएँ
-राहत इंदौरी