Pamistry Ke Anubhut Prayog II: पामिस्ट्री के अनुभूत प्रयोग - II
Pamistry Ke Anubhut Prayog II: पामिस्ट्री के अनुभूत प्रयोग - II Preview

Pamistry Ke Anubhut Prayog II: पामिस्ट्री के अनुभूत प्रयोग - II

  • Tue Jun 13, 2017
  • Price : 100.00
  • Diamond Books
  • Language - Hindi
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प्रेम, विवाह एवं तलाक आदि प्रश्नों का समाधान बताने वाली यह अनोखी पुस्तक है। इसमें हस्तरेखाओं एवं लक्षणों का विस्तृत विवरण है। जातक की समस्याओं का सचित्र और विधिपूर्वक समाधान दिया गया है। विवाह में देर क्यों हो रही है? विवाह कब तक होगा? विवाह अथवा प्रेम में सफलता मिलेगी अथवा असफलता। तलाक होगा तो कब तक? ---जैसे असंख्य सवालों के जवाब इस पुस्तक में दिए गए हैं।

पामिस्ट्री गुरू दयानंद वर्मा और उनकी पुत्री निशा घई को किसी परिचय की आवश्यकता नहीं है। इंस्टीट्यूट ऑफ पामिस्ट्री के संस्थापक दयानंद वर्मा का नाम विश्व में हस्तरेखा विशेषज्ञों में बड़े सम्मान से लिया जाता है। वर्षों की उनकी शोध ने पामिस्ट्री में नये कीर्तिमान स्थापित किए हैं। जिस प्रकार ब्लड टेस्ट आदि देखकर एक विशेषज्ञ शरीर के भीतरी अंगों की क्रियाओं को समझ सकता है, उसी प्रकार एक हस्तरेखा विशेषज्ञ हाथ की रेखाएं देखकर उस व्यक्ति के भीतर छिपी संभावनाओं को समझ सकता है। मनुष्य के अंदर छिपी संभावनाओं का अध्ययन ही भूत, भविष्य और वर्तमान को पढ़ना है।